एक ऐसा दिव्य सेवा जिससे राधाजी प्रसन्न हो जाये -
#ठाकुरजीके_श्रीचरणोंमे_१०८_नामो_पे_१०८_तुलसी_पत्ता_अर्पण:- इदम सचंदन तुलसी पत्राअंजलि
1) ॐ क्लीं कृष्णाय नमः
2) ॐ क्लीं गोविन्दाय नमः
3) ॐ क्लीं राधारमणाय नमः
4) ॐ क्लीं बृन्दाबनचंद्राय नमः
5) ॐ क्लीं नंदनन्दनाय नमः
6) ॐ क्लीं यशोदानन्दनाय नमः
7) ॐ क्लीं केशबाय नमः
8) ॐ क्लीं नारायणाय नमः
9) ॐ क्लीं माधबाय नमः
10) ॐ क्लीं दामोदराय नमः
11) ॐ क्लीं गोलोकपतये नमः
12) ॐ क्लीं मधुसूदनाय नमः
13) ॐ क्लीं प्रजापतये नमः
14) ॐ क्लीं मुकुंदाय नमः
15) ॐ क्लीं जगन्नाथाय नमः
16) ॐ क्लीं नृसिंहाय नमः
17) ॐ क्लीं बामनाय नमः
18) ॐ क्लीं रामाय नमः
19) ॐ क्लीं बिष्णुबे नमः
20) ॐ क्लीं बासुदेबाय नमः
21) ॐ क्लीं आदिदेबाय नमः
22) ॐ क्लीं श्रीधराय नमः
23) ॐ क्लीं जगन्निवासाय नमः
24) ॐ क्लीं सछिदानंदाय नमः
25) ॐ क्लीं ब्राम्हण्यदेबाय नमः
26) ॐ क्लीं भक्तबत्सलाय नमः
27) ॐ क्लीं त्रिविक्रमाय नमः
28) ॐ क्लीं देबेस्वराय नमः
29) ॐ क्लीं ब्रजेन्द्रनंदनाय नमः
30) ॐ क्लीं गोकुलबिहारीने नमः
31) ॐ क्लीं गोपालाय नमः
32) ॐ क्लीं अखिलबान्धबाय नमः
33) ॐ क्लीं योगीन्द्रबन्दनाय नमः
34) ॐ क्लीं अनन्तरूपाय नमः
35) ॐ क्लीं बनमालीने नमः
36) ॐ क्लीं श्यामसुंदराय नमः
37) ॐ क्लीं गोपिनाथाय नमः
38) ॐ क्लीं रासबिहारीने नमः
39) ॐ क्लीं परमेस्वराय नमः
40) ॐ क्लीं भबभयहारीने नमः
41) ॐ क्लीं सर्बोबेत्ताय नमः
42) ॐ क्लीं सर्बोज्ञाय नमः
43) ॐ क्लीं अन्तोर्यामीने नमः
44) ॐ क्लीं मुरलीधारीने नमः
45) ॐ क्लीं देबदीनबन्धुबे नमः
46) ॐ क्लीं पतितपावनाय नमः
47) ॐ क्लीं जगतपालाय नमः
48) ॐ क्लीं द्वारिकाधीशाय नमः
49) ॐ क्लीं रुक्मिणीबल्लभाय नमः
50) ॐ क्लीं बिस्वम्भराय नमः
51) ॐ क्लीं दारिद्रभंजनाय नमः
52) ॐ क्लीं मित्रहितकारीने नमः
53) ॐ क्लीं रसराजये नमः
54) ॐ क्लीं ब्रजेस्वराय नमः
55) ॐ क्लीं सरबेस्वराय नमः
56) ॐ क्लीं सर्बोयज्ञेस्वराय नमः
57) ॐ क्लीं ज्योतिर्मयाय नमः
58) ॐ क्लीं पद्मनाभाय नमः
59) ॐ क्लीं षड़ऐशरयोपूर्णय नमः
60) ॐ क्लीं देबचक्रपानीने नमः
61) ॐ क्लीं पार्थसारथीने नमः
62) ॐ क्लीं महादेबाय नमः
63) ॐ क्लीं योगेस्वराय नमः
64) ॐ क्लीं यदुकुलपतये नमः
65) ॐ क्लीं कालियादमनकारीने नमः
66) ॐ क्लीं कंशनिसुदनाय नमः
67) ॐ क्लीं पूतनामोक्षदायिने नमः
68) ॐ क्लीं परमब्रम्हने नमः
69) ॐ क्लीं परमात्मने नमः
70) ॐ क्लीं महाप्रभोबे नमः
71) ॐ क्लीं मदनगोपालाय नमः
72) ॐ क्लीं यमुनाबिहारीने नमः
73) ॐ क्लीं त्रिभंगसुन्दराय नमः
74) ॐ क्लीं परमानंदाय नमः
75) ॐ क्लीं मथुराधिशाय नमः
76) ॐ क्लीं बसुदेबसुताय नमः
77) ॐ क्लीं देबकीनन्दनाय नमः
78) ॐ क्लीं ऋषिकेशाय नमः
79) ॐ क्लीं भबतारणहारये नमः
80) ॐ क्लीं मुनिजनरंजनाय नमः
81) ॐ क्लीं देबयदुबराय नमः
82) ॐ क्लीं अच्युताय नमः
83) ॐ क्लीं जनार्दनाय नमः
84) ॐ क्लीं बिस्वरूपाय नमः
85) ॐ क्लीं लीलाधराय नमः
86) ॐ क्लीं पद्मपलाशलोचनाय नमः
87) ॐ क्लीं हरेकृष्णाय नमः
88) ॐ क्लीं जगदीस्वराय नमः
89) ॐ क्लीं भगबते नमः
90) ॐ क्लीं हरये नमः
91) ॐ क्लीं नयनरंजनाय नमः
92) ॐ क्लीं बृन्दाबनबनचारिने नमः
93) ॐ क्लीं कुंजबिहारीने नमः
94) ॐ क्लीं बांकेबिहारीने नमः
95) ॐ क्लीं मदनमोहनाय नमः
96) ॐ क्लीं रासेस्वराय नमः
97) ॐ क्लीं बिस्वेस्वराय नमः
98)ॐ क्लीं बैकुण्ठेस्वराय नमः
99) ॐ क्लीं अधोक्षजाय नमः
100)ॐ क्लीं लक्ष्मीपतये नमः
101)ॐ क्लीं भक्तपालकाय नमः
102)ॐ क्लीं गिरिधारीने नमः
103)ॐ क्लीं श्रीनिबासाय नमः
104)ॐ क्लीं सुरेस्वराय नमः
105)ॐ क्लीं योगानंदाय नमः
106)ॐ क्लीं सर्बात्मने नमः
107)ॐ क्लीं पुरुषोत्तमाय नमः
108)ॐ क्लीं गोपीजनबल्लभाय नमः ।💐💐💐
- राधे राधे ।।
इसके बाद ठाकुरजीका ध्यान करे -
-" ॐ गोलोकवासये विद्महे सच्चिदानंदाय धिमहि तन्न कृष्ण प्रचोदयत"
(कृष्ण_गायत्री_मंत्र)
- इस मंत्र का 108 बार और केवल १० बार जाप करें, भगवान कृष्णजी का ध्यान चिंतन करें।
- इससे आपके जीवन में निश्चय ही शाश्वत सौभाग्य आएगा।
#Note : - इस तुलसी दान सेवा हर एकादशी,कृष्णजन्मास्टमी,राधाष्टमी ,राम नबमी,पिता माता गुरु का तिरिभाब तिथि,हर गुरुवार, हो सके हर दिन,नेही हो सके तो जीबन में कमसे कम एकबार जरूर तुलसी चराये प्रभु के श्री विग्रह की चरणों पे।
भगबान आपके सारे पाप को मिटाकर जीबन में भक्ति की खुशिया ला देगा,अंतमे गोलोकधाम प्राप्त होगा -इसमें कोई संदेह नेही।
दीक्षित,अदीक्षित कोई भी यह तुलसी सेबा कर सकता है अगर श्रीभगबान में भक्ति,बिस्वास हो तो!!!
सबका मंगल हो।
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