बबूल में पानीः चुड़ैल को वशीभूत करने का यह बहुत ही साधारण, लेकिन 41 दिनों तक किया जाने वाला अचूक तरीका है। इसके लिए आत्मविश्वास के साथ निर्भय बने रहकर मंत्र का जाप करना होगा और सूनसान इलाके के बबुल के पड़े में नियमित पानी डालना होगा।
रात के ग्यारह बजे एक बोतल में पानी भर लें और घर से कम से कम आधा किलोमीटर दूर स्थित बबूल के पेड़ की जड़ में पानी डालें। ध्यान रहे आपको ऐसा करते हुए कोई देखने नहीं पाए। इस दौरान पेड़ के पास बैठकर 108 बार जाप किया जाने वाला मंत्र .
इस साधना के दस दिन बाद ही आपके भीतर की घबड़ाहट और बचाखुचा भय खत्म हो जाएगा। इसकी शुरूआत अमावस्या की अंधेरी रात से करना चाहिए। साधना के 41वें बबूल के पेड़ की जड़ में जल नहीं डालें, बल्कि आंखें बंद कर केवल मंत्र का जाप करें।
ऐसा करने पर आपके सामने चुड़ैल के प्रकट होने का एहसास होगा और कानों में उसके द्वारा पानी मांगने की आवज सुनाई देगी। इस स्थिति में आपको उससे अपने कार्य सिद्धी की याचना करें और उससे वचन लें। इसके बाद पानी डालंे।
श्मशान की राख से वशीकरणः यह तरीका भी साधारण लेकिन निर्भयता से किया जाने वाला है, रात के 12 बजे श्मशान जाकर वहां से कुछ राख ले आएं। उसे घर के किसी एकांत स्थान में सूर्योदय होने से पहले ऊँ भूतेश्वरी नमः मंत्र का 108 बार जाप कर अभिमंत्रित कर लें। अभिमंत्रित राख का तिलक लगाएं और उसकी पुड़िया बनाकर अपनी जेब में रख लंे।
ऐसा करने पर आपके मन भूत से सवाल-जवाब करने का एहसास होगा। उसके निरंतर करते रहने से आप मनचाहे सवाल का जवाब हासिल कर लेंगे, जिसमें किसी समस्या का निदान छिपा होगा। इसी सिलसिले मंे अभिमंत्रित राख के तिलक से वशीभूत चुड़ैल विकट बाधाओं को भी दूर कर देगी।
आक के पड़ की चुड़ैलः सामान्य धारण के मुताबिक आक के पड़े का संबंध भूत-पिशाच से है, जिनमें चुड़ल भी हो सकती हैं। उसके नीचे पानी देकर भी चुड़ैल की प्यास बुझाई जाती है। इस तरह से चुड़ल प्रसन्न होकर वशीभूत हो जाती है। यह उपाय कभी भी किया जा सकता है।
यानी कि इसे दिन या रात, या फिर दोपहर 12 बजे कर सकते हैं। लगातार 21 दिनों तक आक के पेड़ की जड़ में एक लोटा पानी डालें और नमन करें। अंतिम दिन जब आप कुछ समय तक उसके सामने आंखें बंद किए रहेंगे तब चुड़ैल की आकृति उभरेगी।
वह भयभीत करने की स्थिति में कुछ पूछना चाहेगी। इससे पहले कि उस अकृति की छवि धूमिल हो जाए मन में विनती भरी अपनी याचना करें। उसके बाद यदि आकृति कुछ समय तक बनी रहे तब समझें वह आपके वश में आ चुकी है और आपकी इच्छापूर्ति कर सकती है। यह सबसे सुरक्षित और आसान तरीका है, जिसमें कोई मंत्र जाप नहीं करना होता है, केवल मन को चुड़ैल के प्रति सहानुभूति दिखाते हुए एकाग्र बनाना होता है।
चुड़ैल आवाहन और वशीकरणः चुड़ैल को बुलाने का एक खास मंत्र इस प्रकार है, जिसके जरिए उसे प्रसन्न कर वशीभूत किया जा सकता है।
No comments:
Post a Comment