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Thursday, 12 September 2019

Mohini Sadhana

आज के इस भौतिकवादी आधुनिक युग में हर व्यक्ति अपने जीवन में अच्छा रहन-सहन, निर्वाधित जीवनयापन, सुखद संबंध-सरोकार और मधुरता लिए प्रेम-संबंध की मनोकामना करता है। सभी तरह की सुख-सुविधाओं और भौतिक सुखों की कामनाओं की पूर्ति तंत्र-मंत्र-यंत्र के अंतर्गत मोहनी वशिकरण मंत्र से संभव है। व्यक्ति जीवन में सतत प्रेम के प्रवाह को इस मंत्र के जाप और साधना से प्राप्त कर सकता है, तो उसके पिछले पापों का खात्मा भी इसी से संभव है। प्रेमियों के लिए तो मोहिनी  वशीकरण मंत्र अचूक साबित होता है। इस मंत्र के प्रभाव से उनका मनचाहा या कहें मनोवांछित प्रेम अवश्य हासिल होता है। इस बारे में विभिन्न उपायों की चर्च से पहले यह जान लेना आवश्यक है कि आखिर मोहनी हैं कौन, जिनका आवाह्न और स्मरण मंत्र के जाप मात्र से किया जाता है।

पौराणिक ग्रंथों के अनुसार मोहनी महाशक्ति योगमाया से प्रकट हुई एक अप्रतिम सुंदरता लिए अद्भुत शक्ति की देवी है। इनके प्रकट होने के पीछे की एक कथा भगवन विष्णु और समुद्र के मंथन की घटना से संबंधित है। एक बार जब समुद्र मंथन का कार्य काफी तीब्रता से चल रहा था तब भगवान विष्णु इस बात को लेकर काफी चिंतातुर थे कि देवों के प्रयास को दानवों ने कमजोर कर दिया था। उसी समय महाशक्ति योगमाया प्रकट हुई और उनसे चिंता का कारण जानना चाहा। भगवान विष्णु ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘देवी समुद्र मंथन में देवों पर दानव भारी पड़ रहे हैं। मायावी दानव माया और छल-बल का प्रयोग कर देवों को पराजित कर दे रहे हैं। देवी, मुझे आशंका है कि दानव यहां से निकलने वाले अमृत पर अपना अधिकार न जमा लें या देवों से झपट न लें।’’

एकादशी के दिन से शुरू किए जाने वाले इस पूजन के लिए विधिनुसार लाल रंग के परिधान में पूरब दिशा की ओर मुख किया जाता है। सामने एक छोटी से चैकी पर लाल कपड़े के ऊपर देवी मोहिनी की मूर्ति या फिर उनके स्थान पर मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित की जाती है। देवी को श्रृंगार सामग्री के साथ सात किस्म की मिठाई का भोग लगाया जाता है। मूर्ति के ठीक सामने तिल के तेल का दीपक जलाया जाता है ओर फिर देवी की फल, फूल, दीप, धूप, नैवेद्य, अक्षत से पूजा की जाती है। उसके बाद स्फटिक या मोती की माला से देवी के मंत्र का जाप किया जाता है। इस तरह से सात दिनों तक पूजन के दौरान नौ हजार बार मंत्र का जाप किया जाता है।
मोहिनी वशीकरण मंत्र पौराणिक ग्रंथों के अनुसार मोहिनी महाशक्ति योगमाया से प्रकट हुई एक अप्रतिम सुंदरता लिए अद्भुत शक्ति की देवी है।
इनके प्रकट होने के पीछे की एक कथा भगवन विष्णु और समुद्र के मंथन की घटना से संबंधित है।
मोहिनी वशीकरण सिद्धि मंत्र के जाप के दौरान पे्रमी युगल को कुछ सतर्कता भी बरतने और दूसरे साधारण उपाय करने की भी जरूरत है। वे उपाय हैं। प्रेमियों को चाहिए कि वे कभी भी शनिवार और अमावस्या के दिन एक-दूसरे के आमने-सामने नहीं हों। ऐसा कर प्रेमी आपसी बाद-विवाद या बुरे प्रभाव से अपने प्रेम को बचा लेंगे। कारण इन दिनों में मिलने वे बेवजह का विवाद उत्पन्न हो सकता है।
इसी तरह से प्रेमियों को यह कोशिश करनी चाहिए कि उनकी मुलकात शुक्रवार और पूर्णिमा के दिन अवश्य हो। यदि पूर्णिमा को शुक्रवार हो तो यह दिन प्रेमियों के मिलन के लिए अत्यंत ही शुभ होता है। इस दिन उनके मिलने से परस्पर आकर्षण बढ़ूता है और प्रेम की मधुरता प्रगाढ़ होती है।




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