1) पाचन -
ओम की शक्ति केवल मानसिक रोगों को ठीक करने तक ही सीमित नहीं है। यह आंतरिक परेशानियों खास तौर से पाचन क्रिया पर सकारात्मक असर डालता है, और पाचन तंत्र को सुचारु बनाए रखता है।
2)नींद -
अगर आप भी नींद नहीं आने की समस्या से परेशान हैं तो ओम का उच्चारण शुरू कीजिए। कुछ ही देर में आपका दिमाग शांत हो जाएगा और आप बेफिक्र होकर अच्छी नींद ले सकेंगे।
3)तनाव -
मानसिक रोगों के लिए तो ओम का उच्चारण करना कमाल का असर करता है। कुछ समय तक लगातार ओम का उच्चारण करने पर आप पाएंगे कि आपका तनाव रफूचक्कर हो चुका है।
4)घबराहट -
ओम का उच्चारण आपके मन और आत्मा को बिल्कुल शांत कर देता है, जिससे घबराहट अपने आप ही चली जाती है। घबराहट का मतलब है व्याकुलता, और जहां शांति होती है वहां व्याकुलता कभी नहीं टिकती।
5)थायरॉइड -
थायरॉइड ग्रंथि की किसी भी प्रकार की समस्या में ओम का उच्चारण काफी लाभप्रद होता है। यह आपके स्वर और गले में कंपन्न पैदा करता है जिसका असर थायरॉइड ग्रंथि पर भी सकारात्मक रूप से पड़ता है।
6) रक्त संचार -
ओम का उच्चारण करना आपके रक्त संचार को सही करता है एवं संतुलन बनाए रखता है। इस तरह से आपको उच्च व निम्न रक्तचाप संबंधी समस्याएं नहीं होती।
7)ताजगी -
जी हां, आलस्य को दूर कर, ओम का उच्चारण मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से आपको ताजगी देता है और स्फूर्ति का संचार करता है। इस तरह से आप चुस्त-दुरुस्त भी रह सकते हैं।
Om
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